Chenab Rail Bridge, The world’s 1st tallest railway bridge
Chenab Rail Bridge दुनिया का सबसे ऊचा रेलवे पल है
Chenab Rail Bridge जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में है, यह रेलवे पुल चिनाब नदी के ऊपर से होकर गुजरता है, इस पूल की उचाई नदी के तल से 359 मीटर (1178 फ़ीट ) की उचाई पर बनाया है, जो इसकी उचाई है उस उचाई पर ये अबतक का दुनिया सबसे ऊचा पूल है, और कारनामा भारत(इंडिया) के नाम दर्ज हुआ है, ये पूल जम्मू और कश्मीर के दूरदाज इलाको/क्षेत्रों को जोड़ता है.
आइये हम पूल की कुछ मुख्य विशेषताएं देखते है
इस पूल की ऊंचाई 359 मीटर (1,178 फीट) है जो की इसे दुनिया की सबसे अधिक उचाई वाला पूल बनता है
इस पूल लंबाई 1,315 मीटर (4,314 फीट) है
मुख्य मेहराब(Arch ) का विस्तार 467 मीटर (1,532 फीट) है
पूल के लिए बनाने के निर्माण सामग्री में स्टील और कंक्रीट उपयोग लाया गया है.
ये पुल का जो प्रकार है उसे आर्क ब्रिज कहते है,
इसका निर्माण कार्य अगस्त 2004 शुरू हुआ था और बिच में कुछ सालो के लिए बंद भी पड़ा था
आखिरकार निर्माण कार्य पूरा होकर इसका उद्घाटन अगस्त 2022 हुआ, और ये रेगुलर उपयोग लाया जा रहा है
Chenab Rail Bridge, The world’s 1st tallest railway bridge
Chenab Rail Bridge के फायदे कौन कौन से है ये जान लेते है
रोजगार सृजन और कौशल विकास पूल के निर्माण ने हजारों लोगों को रोजगार प्रदान किया और उन्हें विशेष कौशल विकसित करने का अवसर दिया। इससे क्षेत्र में कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगा और भविष्य की परियोजनाओं के लिए एक कुशल कार्यबल तैयार हो सकेगा।
यह पुल जम्मू और कश्मीर के दूरदराज के इलाको को जोड़ता है, जिससे इन क्षेत्रों में विकास और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
यह पुल रेल यात्रा को अधिक कुशल और समय बचाने वाला बनाता है।
यह पुल एक बहुत अच्छी और महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग उपलब्धि है और भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है।
Chenab Rail Bridge बनाते वक्त कौनसे चुनौतियों का सामना करना पड़ा था।
हिमालय की भयावहता पुल हिमालय के ऊबड़-खाबड़ इलाके में स्थित है, जहां भूकंप, भूस्खलन और तेज हवाएं आम हैं। इन प्राकृतिक बाधाओं को दूर करने के लिए अत्याधुनिक इंजीनियरिंग तकनीकों और भूकंपीय प्रतिरोधी डिजाइनों का इस्तेमाल किया गया। दुर्गम पहुंच और कठोर मौसम निर्माण स्थल तक पहुंच कठिन थी और सर्दियों में तापमान 20 degree तक गिर जाता था। श्रमिकों को इन कठोर परिस्थितियों में काम करना पड़ा, जिसके लिए विशेष सुरक्षा उपाय और प्रशिक्षण की आवश्यकता थी।
पुल की ऊंचाई और जहा बनाना था उस स्थान के कारण, निर्माण करने में बहुत जटिल और चुनौतीपूर्ण था।
इस इलाके में भूकंप गतिविधि और तेज हवाएं भी निर्माण कार्य में बाधा डालती थीं।
पुल के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले स्टील और कंक्रीट को विशेष रूप से इस क्षेत्र की कठोर जलवायु के लिए तैयार करना पड़ा था।
Chenab Rail Bridge, The world’s tallest railway bridge
चिनाब रेलवे पुल एक अद्भुत इंजीनियरिंग उपलब्धि है जो भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है। यह पुल जम्मू और कश्मीर के लोगों के लिए जीवन बदलने वाला होगा और इन क्षेत्रों में विकास और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
पूल के निर्माण में कुछ रोचक जानकारी
पुल के निर्माण में 10.6 लाख घन मीटर कंक्रीट और 36,000 टन स्टील का इस्तेमाल किया गया था।
पुल के निर्माण में 10 साल का समय लगा और इसकी लागत 1.28 अरब रुपये थी।
पुल के निर्माण में 10,000 से अधिक लोगों ने काम किया।
चिनाब रेलवे पुल एक महत्वपूर्ण इंजीनियरिंग उपलब्धि है जो भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है। यह पुल जम्मू और कश्मीर के लोगों के लिए जीवन बदलने वाला होगा और इन क्षेत्रों में विकास और पर्यटन को बढ़ावा देगा।
पुल के बारे में अधिक जानकारी के लिए
विकिपेडिया को देखे
चिनाब रेलवे पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेल पुल है, लेकिन यह दुनिया का सबसे लंबा रेल पुल नहीं है। दुनिया का सबसे लंबा रेल पुल चीन में स्थित Danyang-Kunshan Grand Bridge है, जो 164.8 किलोमीटर (102.4 मील) लंबा है।
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